रावल जैत्रसिंह (1213-1253 ई-)
राजधानी - नागदा विशेष - मध्यकालीन मेवाड का स्वर्णकाल
भूताला का युद्ध (227 ई.)
मेवाड़ ( जैत्रसिंह) vs दिल्ली सल्तनत ( इल्तुतमिश)
परिणाम - जैत्रसिंह जीत गया लेकिन उसकी राजधानी नागदा नष्ट हो गई।
नई राजधानी - चित्तौड़ (स्रोत- जयसिंह सूरी कृत हम्मीर मदमर्दन)
दिल्ली बादशाह नसीरूद्दीन महमूद को खदेड़ा (1248)
उत्तराधिकारी - तेजसिंह (1253-1273 ई.)
उपाधि -" उमापति वारलब्ध"
"परमभट्टारक परमेश्वर"
" महाराजाधिराज"।
विशेष- मेवाड़ का प्रथम चित्रित ग्रंथ - श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्णी
(लेखक - कमलचंद ) श्याम पार्श्वनाथ मन्दिर ( निर्माता - रानी जयतल्ल देवी)
उत्तराधिकारी - समर सिंह (1273-1303 ई.)
रावल रतनसिंह
(1302-1303 ई.)
कुंभकर्ण
नेपाल में शाहीवंश की स्थापना
नोट - अलाउद्दीन खिलजी के गुजरात अभियान (1299 ई.) पर समर सिंह ने तुर्क सेना से 'कर' वसूला |



